Vice President Election 2025: उपराष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले पंजाब की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। पंजाब के दो निर्दलीय सांसद भाई अमृतपाल सिंह और भाई सरबजीत सिंह खालसा ने ऐलान किया है कि वे उपराष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार करेंगे। दोनों सांसदों का आरोप है कि राष्ट्रीय राजनीतिक दलों ने पंजाब के हितों और लोकतांत्रिक मूल्यों की लगातार अनदेखी की है।
इससे पहले शिरोमणि अकाली दल (SAD) भी उपराष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला कर चुकी है। अकाली दल का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार ने पंजाब में आई विनाशकारी बाढ़ के दौरान किसी तरह की सार्थक मदद नहीं की, जिससे पंजाबियों में गहरा आक्रोश है।
भाई अमृतपाल सिंह ने क्यों किया बहिष्कार?
वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख और खडूर साहिब लोकसभा सीट से सांसद भाई अमृतपाल सिंह वर्तमान में असम की डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल में बंद हैं। उन्हें उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 में मतदान का अधिकार देने के लिए चुनाव आयोग ने विशेष निर्देश जारी किए थे। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव नियम, 1974 के नियम 26 के अनुसार बंद सांसद को डाक मतपत्र (Postal Ballot) उपलब्ध कराया जाता है।
यह मतपत्र मतदान के दिन ही सौंपा जाता है और चिन्हित मतपत्र वाली सीलबंद लिफाफा मतगणना शुरू होने से पहले रिटर्निंग ऑफिसर तक पहुंचाना जरूरी होता है। लेकिन अब अमृतपाल सिंह ने साफ कर दिया है कि वे मतदान नहीं करेंगे और चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
भाई सरबजीत सिंह खालसा का रुख
भाई सरबजीत सिंह खालसा, जो पंजाब से निर्दलीय सांसद हैं, ने भी उपराष्ट्रपति चुनाव से दूरी बनाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि कि राष्ट्रीय दलों ने पंजाब को हमेशा हाशिये पर रखा। पंजाब की जनता की समस्याओं और लोकतांत्रिक मूल्यों की लगातार अनदेखी की गई है। ऐसे में वे इस चुनाव में शामिल होकर “औपचारिकता” पूरी करने का हिस्सा नहीं बन सकते।
शिरोमणि अकाली दल (SAD) का विरोध
शिरोमणि अकाली दल ने भी पहले ही उपराष्ट्रपति चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर दिया था। पार्टी का कहना है कि पंजाब में आई बाढ़ कोई प्राकृतिक आपदा नहीं बल्कि मानव-निर्मित त्रासदी है। इस त्रासदी के लिए **राज्य सरकार की लापरवाही और अक्षमता जिम्मेदार है। SAD नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने भी पंजाब के प्रति उपेक्षा दिखाई है। जब पंजाब बाढ़ की मार झेल रहा था, उस वक्त चुनाव कराना जनता की भावनाओं का अपमान है।











