चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को राज्यवासियों के लिए एक ऐतिहासिक घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 23 सितंबर से स्वास्थ्य कार्ड योजना की शुरुआत करने जा रही है। इस योजना का उद्देश्य पंजाब के हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना और इलाज के लिए होने वाले आर्थिक बोझ को कम करना है।
मुख्यमंत्री मान ने बताया कि योजना का पहला चरण तरनतारन और बरनाला जिलों से शुरू होगा, जहां प्रशासन की ओर से 128-128 पंजीकरण शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में स्थानीय निवासियों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा और उसके बाद उन्हें स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बेहद सरल होगी और इसे 10 से 15 दिनों के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद योजना पूरे पंजाब में लागू कर दी जाएगी। सरकार का दावा है कि यह कदम राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था में एक बड़ी क्रांति साबित होगा।
स्वास्थ्य कार्ड योजना की मुख्य बातें
- पंजाब का हर परिवार इस योजना के तहत एक स्वास्थ्य कार्ड प्राप्त करेगा।
- इस कार्ड से परिवार को हर साल 10 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज मिलेगा।
- इसमें बड़े ऑपरेशन, सर्जरी, हृदय रोग, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खर्च भी शामिल होगा।
- योजना के तहत राज्य के सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों को शामिल किया जाएगा, जिससे मरीजों को किसी भी अस्पताल में इलाज कराने की स्वतंत्रता होगी।
- खास बात यह है कि यदि किसी कारणवश कोई व्यक्ति रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाता है, तो भी वह केवल आधार कार्ड या वोटर आईडी दिखाकर योजना का लाभ उठा सकेगा।
- जल्द ही राज्य सरकार की ओर से मान्यता प्राप्त अस्पतालों की सूची भी जारी की जाएगी, जिससे लोगों को जानकारी रहे कि वे कहां-कहां जाकर इस योजना के तहत इलाज करवा सकते हैं।
स्वास्थ्य कार्ड योजना के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया होगी सरल
स्वास्थ्य कार्ड योजना के लिए पंजीकरण बेहद आसान रखा गया है ताकि आम लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। रजिस्ट्रेशन के लिए केवल तीन दस्तावेज जरूरी होंगे, जिसमें आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और एक पासपोर्ट साइज फोटो होनी चाहिए। इन दस्तावेजों के आधार पर परिवार का स्वास्थ्य कार्ड बना दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कई बार सरकारी योजनाओं में लोगों को लंबे-लंबे फॉर्म और जटिल प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है, लेकिन पंजाब सरकार ने इस योजना को पूरी तरह जनहितैषी और सरल बनाया है। इससे न केवल शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बल्कि गांवों और दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले परिवारों को भी इसका लाभ आसानी से मिल सकेगा।
आम आदमी क्लीनिकों का नेटवर्क होगा और मजबूत
सीएम मान ने घोषणा की कि राज्य में जल्द ही आम आदमी क्लीनिकों की संख्या बढ़ाकर 1,000 कर दी जाएगी। ये क्लीनिक पहले से ही पंजाब के कई जिलों में सक्रिय हैं और हजारों मरीजों को रोजाना मुफ्त इलाज उपलब्ध करा रहे हैं। अब सरकार इन क्लीनिकों को और सशक्त बनाएगी।
पंजाब में महिलाओं को कब मिलेंगे 1100 रुपए महीना, कार्यकाल खत्म होने को, अब भी सिर्फ ऐलान
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब इन क्लीनिकों में न सिर्फ बेसिक दवाइयां बल्कि सभी आवश्यक और गंभीर बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयां भी मुफ्त दी जाएंगी। इससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को काफी राहत मिलेगी, जिन्हें दवाइयों पर हर महीने बड़ी रकम खर्च करनी पड़ती है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर
मान सरकार ने हाल ही में आई बाढ़ को ध्यान में रखते हुए भी स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान देने का एलान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाए जाते रहेंगे, ताकि प्रभावित परिवारों को समय पर चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।
पंजाबी संगीत जगत के दिग्गज संगीतकार चरणजीत सिंह आहूजा का निधन, कई गायकों को दी पहचान
उन्होंने कहा कि बाढ़ की वजह से कई इलाकों में महामारी और संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि सभी प्रभावित लोगों को मुफ्त दवा और त्वरित चिकित्सा उपलब्ध कराई जाए।
सीएम मान ने केंद्र सरकार पर तंज
सीएम मान ने केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जीएसटी दरों में हाल ही में की गई कटौती महज दिखावा है। उन्होंने कहा कि पहले केंद्र सरकार ने खुद जीएसटी लगाकर महंगाई बढ़ाई और अब उसी टैक्स में कटौती कर जनता को राहत देने का दिखावा कर रही है। वास्तव में लोगों को सच्ची राहत तभी मिलेगी जब स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार की बुनियादी सुविधाओं को मजबूत किया जाएगा।
मस्तुआना मेडिकल कॉलेज पर बयान
मुख्यमंत्री ने संगरूर जिले के मस्तुआना मेडिकल कॉलेज के मुद्दे पर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने इस मेडिकल कॉलेज की स्थापना में कई बाधाएं खड़ी कीं, लेकिन पंजाब सरकार हर हाल में इस कॉलेज को स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि इससे न सिर्फ इलाके के युवाओं को मेडिकल शिक्षा के अवसर मिलेंगे बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं का भी विस्तार होगा।










