Delhi BMW Accident: दिल्ली की व्यस्त रिंग रोड पर रविवार को हुई एक भयानक दुर्घटना में वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी नवजोत सिंह की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी की हालत गंभीर बनी हुई है। BMW कार की चालक महिला और उसके पति पर लापरवाही का आरोप लगाया गया है।
मृतक अधिकारी नवजोत सिंह के बेटे नवनूर सिंह ने भावुक होकर कहा कि “पिता की मौत तुरंत नहीं हुई थी। अगर पास के अस्पताल ले जाते, तो शायद आज वो हमारे बीच होते।” यह मामला अब न केवल सड़क सुरक्षा का, बल्कि आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की लापरवाही का भी बन गया है।
गुरुद्वारा साहिब में दर्शन के बाद भोजन कर लौट रहे थे डिप्टी सेक्रेटरी
Delhi BMW Accident: वित्त मंत्रालय के डिप्टी सेक्रेटरी नवजोत सिंह और उनकी पत्नी संदीप कौर रविवार को गुरुद्वारा बांगला साहिब में दर्शन के बाद दोपहर के भोजन के लिए कर्नाटक भवन गए थे। वहां से लौटते हुए लगभग 1.15-1.30 बजे, रिंग रोड पर धौला कुआन-दिल्ली कैंट मार्ग के पास मेट्रो पिलर नंबर 67 के नजदीक एक BMW X5 कार ने उनकी मोटरसाइकिल को जोरदार टक्कर मार दी।
दिल्ली कैंट मेट्रो स्टेशन के पास, जहां ट्रैफिक हमेशा भारी रहता है। घटना के बाद सड़क पर भारी जाम लग गया, जिसे पुलिस ने बाद में क्लियर किया। नवजोत सिंह, 57 वर्षीय वरिष्ठ अधिकारी, आर्थिक मामलों के विभाग (Department of Economic Affairs), वित्त मंत्रालय में डिप्टी सेक्रेटरी। वे हरि नगर के निवासी थे और परिवार के मुखिया थे।

नवजोत सिंह की पत्नी संदीप कौर (लगभग 50 वर्ष), जिन्हें सिर में चोट और फीमर फ्रैक्चर हुआ है। वे अभी भी नुलाइफ हॉस्पिटल में भर्ती हैं और उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
BMW गाड़ी की चालक गगनप्रीत (गुरुग्राम निवासी) और उनका पति परिक्षित, जो हल्की-मध्यम चोटें झेल चुके हैं। वे भी अस्पताल में भर्ती हैं और उनका बयान अभी दर्ज नहीं हो सका।
नवजोत सिंह एक समर्पित सरकारी अधिकारी थे, जो वित्त मंत्रालय में लंबे समय से सेवा दे रहे थे। उनके बेटे नवनूर ने बताया कि पिता हमेशा परिवार के लिए चिंतित रहते थे और यह दुर्घटना ने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया है।
हादसे को लेकर चश्मदीदों के डरावने बयान
Delhi BMW Accident: चश्मदीदों के अनुसार, नवजोत सिंह अपनी मोटरसाइकिल पर पत्नी को पीछे बैठाए घर लौट रहे थे। तभी पीछे से आ रही BMW X5 ने तेज रफ्तार में उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार कि कि BMW का आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, एयरबैग खुल गई और कार सड़क पर उल्टी पड़ी। मोटरसाइकिल डिवाइडर से टकराकर एक बस से भी जा धंसी।
एक गवाह ने बताया कि “कार की स्पीड बहुत ज्यादा थी। टक्कर के बाद चालक दंपति घायल हो गए, लेकिन उन्होंने तुरंत टैक्सी बुलाई और घायलों को अस्पताल ले जाने की कोशिश की।” पुलिस को मौके पर तीन PCR कॉल्स मिलीं, जिसमें ट्रैफिक जाम की शिकायत थी।
पुलिस ने BMW को जब्त कर लिया गया है और इसकी हालत इतनी खराब है कि आगे की जांच में स्पीड और ब्रेकिंग सिस्टम की पड़ताल होगी। मोटरसाइकिल भी क्षतिग्रस्त है। फॉरेंसिक टीम ने साइट का निरीक्षण किया है।
यह हादसा दिल्ली की सड़कों पर तेज रफ्तार और लापरवाही का एक और उदाहरण है, जहां हर साल सैकड़ों जिंदगियां सड़क हादसों में खो जाती हैं।
पास वाले एम्स अस्पताल में ले जाने की बजाए, 22 किलोमीटर दूर ले जाया गया
Delhi BMW Accident: हादसे के तुरंत बाद, BMW चालक गगनप्रीत और उनके पति ने नवजोत सिंह और उनकी पत्नी को एक टैक्सी में बिठाकर नुलाइफ हॉस्पिटल, जीटीबी नगर ले जाया। लेकिन यह अस्पताल हादसे वाली जगह से 17-22 किलोमीटर दूर है। जबकि पास में ही AIIMS, सफदरजंग जैसे सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल मौजूद थे, जो 5 से 10 किमी के दायरे में हैं।
मृतक नवजोत सिंह के बेटे नवनूर सिंह का दावा है कि “पिता की मौत तुरंत नहीं हुई। वे जीवित थे, लेकिन देरी की वजह से खून बहता रहा। अगर नजदीकी अस्पताल ले जाते, तो गोल्डन ऑवर में इलाज हो जाता। मां को भी लॉबी में बिठा दिया गया, जबकि BMW चालक के पति को तुरंत कमरा मिल गया।” नवनूर ने यह भी खुलासा किया कि नुलाइफ हॉस्पिटल चालक के परिवार से जुड़ा हुआ है, जो सवालों का केंद्र बन गया है।
अस्पताल के स्टाफ ने पहले 5 घंटे तक BMW चालक की मौजूदगी छिपाई। संदीप कौर को प्राइवेट वैन में लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार की कमी थी। नवजोत को पहुंचने पर मृत घोषित कर दिया गया। यह देरी ‘गोल्डन ऑवर’ के सिद्धांत के खिलाफ है, जहां हर मिनट जिंदगी-मौत का सवाल होता है। परिवार अब न्याय की मांग कर रहा है।
पुलिस ने FIR दर्ज कर शुरू की जांच
Delhi BMW Accident: दिल्ली पुलिस ने तुरंत FIR दर्ज की है, जिसमें गंभीर धाराएं शामिल हैं। जांच में स्पष्ट हो रहा है कि चालक की लापरवाही और सबूत छिपाने की कोशिश हुई।
एफआईआर में IPC की 281 (रैश ड्राइविंग), 125B (लाइफ एंडेंजरींग एक्ट्स), 105 (कुल्पेबल होमिसाइड) और 238 (सबूत नष्ट करना या झूठी जानकारी देना)। जैसे धाराएं लगाई गई है।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए BMW गाड़ी और मोटरसाइकिल जब्त कर लिए हैं। क्राइम टीम और FSL ने साइट का निरीक्षण किया। चालक दंपति के बयान लंबित हैं, क्योंकि वे अस्पताल में हैं। अस्पताल स्टाफ से भी पूछताछ होगी।
पुलिस अब हॉस्पिटल के मालिकाना हक की जांच कर रही है। अगर लापरवाही साबित हुई, तो अतिरिक्त चार्ज लग सकते हैं। पुलिस ने कहा कि सभी पहलुओं की गहन जांच हो रही है। ट्रैफिक पुलिस भी स्पीड कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।











