Abohar Desk. पंजाब की राजनीति में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर एक नया मोड़ आया है। अबोहर विधानसभा के विधायक संदीप जाखड़ ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर न सिर्फ अबोहर में हुए विकास कार्यों की निष्पक्ष जांच की मांग की है, बल्कि विधायकों और हलका इंचार्जों की संपत्तियों की भी जांच करवाकर सच्चाई लोगों के सामने लाने की वकालत की है।
विधायक संदीप जाखड़ द्वारा लिखे गए पत्र के बाद जिला फाजिल्का सहित पंजाब की राजनीति में हलचल मच गई है। विधायकों और हलका इंचार्जों की संपत्ति की जांच के आदेश होने के बाद क्या होगा, इसको लेकर बाजार में चर्चाएं छिड़ गई है।
बिना सबूत लगाए जा रहे हैं आरोप : संदीप जाखड़
विधायक संदीप जाखड़ ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र में लिखा कि अबोहर की विकास परियोजनाओं को लेकर उनकी यानी आम आदमी पार्टी की लोकल लीडरशिप लगातार भ्रष्टाचार के कथित आरोप लगा रही है। हालांकि, ये आरोप किसी ठोस सबूत के बिना हैं।

जाखड़ ने कहा कि 1 अप्रैल 2017 से अब तक अबोहर शहर और गांवों में जारी सभी ग्रांटों की किसी निष्पक्ष एजेंसी से जांच होनी चाहिए ताकि सच सामने आए और लोगों में फैलाया जा रहा भ्रम खत्म हो सके।
विधायक ने पत्र में लिखा कि उन्होंने हमेशा राजनीति में उच्च मापदंडों का पालन किया है। उनका मानना है कि निष्पक्ष जांच से सच्चाई सामने आएगी और भ्रष्टाचार के आरोपों की राजनीति पर भी अंकुश लगेगा।
विधायकों और हलका इंचार्जों की संपत्ति जांच की भी मांग
विधायक संदीप जाखड़ ने सिर्फ विकास कार्यों की ही नहीं, बल्कि नेताओं की संपत्ति की जांच की भी मांग की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मान पहले भी कई बार भ्रष्टाचार की जांच की बात कह चुके हैं। ऐसे में सभी विधायकों और हलका इंचार्जों की संपत्ति की जांच करवाई जानी चाहिए। इससे पंजाब के लोगों को एक सकारात्मक संदेश मिलेगा कि सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ गंभीर है।
जाखड़ ने लिखा कि मैं चाहता हूं कि आप इसकी जांच का काम जिला फाजिल्का के सभी विधायकों और हलका इंचार्जों से कर सकते हैं। इससे पंजाब के लोगों में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक अच्छा संदेश जाएगा और भ्रष्टाचार की सच्चाई भी जनता के सामने आएगी।
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अबोहर में तेज हुई राजनीतिक हलचल
विधायक संदीप जाखड़ द्वारा मुख्यमंत्री को जांच के लिए लिखे गए पत्र के बाद अबोहर और फाजिल्का जिले की राजनीति में हलचल बढ़ गई है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यदि सरकार वास्तव में निष्पक्ष जांच करवाती है तो इससे भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जनता का भरोसा मजबूत होगा और नेताओं की पारदर्शिता भी परखी जा सकेगी।
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जनता की भी राय, जांच होकर सच आए सामने
स्थानीय लोगों का कहना है कि आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति से बेहतर है कि साफ-सुथरी जांच हो। यदि जांच निष्पक्ष हुई तो इसका लाभ सीधे जनता को मिलेगा और भविष्य में ऐसे आरोपों पर भी रोक लगेगी।
वहीं, अगर किसी ने भ्रष्टाचार किया होगा तो उसकी सच्चाई भी जनता के सामने आएगी। इसलिए मुख्यमंत्री भगवंत मान को इस ओर विशेष ध्यान देकर निष्पक्ष जांच करवानी चाहिए और सभी विधायकों व हलका इंचार्जों की संपत्तियों की भी जांच करवानी चाहिए।
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