Mohali Extortion Case: पंजाब के मोहाली में एक आईटी कंपनी के मालिक से 5 करोड़ रुपये की फिरौती मांगने का मामला सामने आया है। कॉलर ने खुद को कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ बताया और पैसे न देने पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी।
यह मामला सोहाना पुलिस थाने में दर्ज हो चुका है। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लेकिन इस तरह से फिरौती मांगने के कॉल ने व्यापारियों की चिंता को बढ़ा दिया है।
12 से 18 सितंबर तक लगातार आ रहे धमकी भरे कॉल्स
Mohali Extortion Case: यह मामला 12 सितंबर 2025 को शुरू हुआ, जब मोहाली स्थित एक प्रमुख आईटी कंपनी के मालिक गुरजोत सिंह को एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉलर ने हिंदी और पंजाबी मिश्रित भाषा में बात की और सीधे 5 करोड़ रुपये की मांग रख दी।
गुरजोत सिंह, जो मोहाली के एक प्रतिष्ठित आईटी फर्म के मालिक हैं, ने शुरुआत में इसे मजाक समझा, लेकिन लगातार आने वाली कॉल्स ने उनकी चिंता को बढ़ा दिया।

- 12 सितंबर: पहली कॉल शाम करीब 7 बजे आई। कॉलर ने खुद को गोल्डी बराड़ बताया और कहा कि “जल्दी से 5 करोड़ का इंतजाम कर, नहीं तो पूरे परिवार को खत्म कर देंगे।” गुरजोत ने कॉल काट दी, लेकिन कॉलर ने तुरंत मैसेज भेजकर धमकी दोहराई।
- 13 सितंबर: सुबह से शाम तक 4-5 कॉल्स आईं। गुरजोत ने फोन साइलेंट कर दिया, लेकिन कॉलर ने व्हाट्सएप पर वॉइस मैसेज भेजे, जिसमें गोल्डी बराड़ की पुरानी वीडियो क्लिप्स का इस्तेमाल कर धमकाया।
–14 सितंबर: एक कॉल में कॉलर ने नाम बदल लिया और खुद को गोल्डी ढिल्लों बताया। धमकी और सख्त हो गई। धमकी दी कि “पैसे तो तुझे मारकर भी वसूल कर लिए जाएंगे। तेरी कंपनी, घर और फैमिली सब पर नजर है।” इस कॉल की रिकॉर्डिंग गुरजोत ने सेव कर ली, जो अब पुलिस जांच का अहम सबूत बनी हुई है। - 15 से 17 सितंबर: कॉल्स में अंतराल आ गया, लेकिन गुरजोत को लगातार अज्ञात नंबर्स से मैसेज मिलते रहे। एक मैसेज में लिखा था कि “समय कम है, सोच ले।”
- 18 सितंबर: आखिरी धमकी भरी कॉल के बाद गुरजोत भयभीत हो गए और शाम को सोहाना पुलिस थाने पहुंचे। शिकायत दर्ज कराई गई और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार उक्त कॉल्स कनाडा और यूएस के वर्चुअल नंबर्स से आई थीं, जो गोल्डी बराड़ जैसे गैंगस्टर्स के क्रॉस-बॉर्डर नेटवर्क का संकेत देती हैं।
पीड़ित ने सुनाई आपबीती, परिवार की सुरक्षा सबसे बड़ी चिंता
Mohali Extortion Case: गुरजोत सिंह (42), जो मोहाली के सेक्टर 70 में एक आईटी सॉल्यूशंस कंपनी चलाते हैं, ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि “मैंने कभी सोचा नहीं था कि मेरा बिजनेस ऐसा खतरे में पड़ जाएगा। कॉलर की आवाज में वो ठंडक थी, जो रोंगटे खड़े कर देती है। गोल्डी बराड़ का नाम सुनते ही सिद्धू मूसेवाला केस की याद आ गई।”
गुरजोत की कंपनी में 50 से ज्यादा एम्प्लॉयी हैं और वे खुद एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनकी पत्नी और दो बच्चे (एक 10 साल का बेटा और 7 साल की बेटी) अब घर से बाहर नहीं निकल रहे।
परिवार ने बताया कि धमकियों (Mohali Extortion Case) के बाद रातें काटना मुश्किल हो गया। गुरजोत ने कहा कि 13 सितंबर को बच्चे स्कूल से लौटे तो उन्हें भी डर लगा। कॉलर ने कंपनी के एड्रेस और फैमिली डिटेल्स का जिक्र किया, जो डरावना था।
पुलिस ने उन्हें सिक्योरिटी एडवाइजरी जारी की है, जिसमें सीसीटीवी इंस्टॉलेशन और संदिग्ध कॉल्स की रिपोर्टिंग शामिल है। गुरजोत ने अपील की कि ऐसे केसों में बिजनेसमैन को अकेला न छोड़ें। हम टैक्स देते हैं, लेकिन सेफ्टी में भी मदद चाहिए।
वर्चुअल नंबर्स और गैंग नेटवर्क पर फोकस कर रही पुलिस
Mohali Extortion Case: सोहाना थाना प्रभारी तरुण सिंह पुरी ने बताया कि शिकायत मिलते ही हमने FIR दर्ज कर ली। कॉल डिटेल्स, IP ट्रैकिंग और फॉरेंसिक एनालिसिस से जांच चल रही है। कॉलर असली गोल्डी बराड़ है या कोई उसका नाम इस्तेमाल कर रहा, यह साफ करने की कोशिश में हैं। पुलिस ने साइबर सेल को शामिल किया है क्योंकि कॉल्स वॉयस चेंजर और वर्चुअल नंबर्स से की गईं।
मोहाली के SSP अमृत सिंह ने कहा कि यह केस गंभीर है। हम NIA और पंजाब एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स के साथ कोऑर्डिनेट कर रहे हैं। जांच में यह भी सामने आया कि मोहाली में पिछले 6 महीनों में 10 से ज्यादा एक्सटॉर्शन केस गोल्डी बराड़ के नाम से आए, जिनमें से 4 में लोकल गिरोह शामिल पाए गए। पुलिस ने गुरजोत को प्रोटेक्शन दी है और संभावित संदिग्धों की लिस्ट तैयार की है।
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मोहाली में लगातार बढ़ रहे एक्सटॉर्शन केस
Mohali Extortion Case: मोहाली, जो चंडीगढ़ का सैटेलाइट सिटी है, तेजी से आईटी और बिजनेस हब बन रहा है। लेकिन इसके साथ ही एक्सटॉर्शन के केस भी बढ़े हैं।
- सितंबर 2024: एक प्रॉपर्टी डीलर से 1 करोड़ की फिरौती मांगी गई, कॉलर ने गोल्डी बराड़ का नाम लिया। पुलिस ने दो लोकल आरोपी गिरफ्तार किए।
- मार्च 2025: एक दवाई कंपनी मालिक को 2 करोड़ की धमकी मिली। जांच में गोल्डी ढिल्लों गैंग का कनेक्शन मिला और एक सहयोगी को एनकाउंटर में पकड़ा गया।
- अप्रैल 2025: एक इमिग्रेशन कंसल्टेंसी पर 50 लाख का एक्सटॉर्शन स्लिप फेंकी गई। दो गैंग मेंबर्स को गोलीबारी के बाद गिरफ्तार किया गया।
- जुलाई 2025: एक और आईटी फर्म से 3 करोड़ मांगे गए, लेकिन पीड़ित ने तुरंत शिकायत की और कॉलर एक AC मैकेनिक निकला, जो गोल्डी बराड़ बनकर धमकाता था।
कौन हैं गोल्डी बराड़, जो कनाड़ा में बैठ फैला रहा दहशत
सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ का जन्म पंजाब में हुआ। गोल्डी बराड़ कनाडा में रहकर भारत में अपराध की दुनिया का बड़ा नाम है। 2022 में कनाडा पहुंचा, जहां से लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हिस्सा बना। 29 मई 2022 को पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी गोल्डी ने इंस्टाग्राम पर ली। NIA ने इसे साजिश का हिस्सा बताया।
सलमान खान को धमकी, एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी पर हमला प्लान और पंजाब-हरियाणा में 20 से ज्यादा एक्सटॉर्शन केस में गोल्डी बराड़ का नाम सामने आया है। गोल्डी को भारत सरकार ने 2022 में आतंकी घोषित किया।
कनाडा से सोशल मीडिया और वॉयस कॉल्स से गैंग को ऑपरेट करता है। उसके सहयोगी जैसे गोल्डी ढिल्लों और भानु राणा (यूएस बेस्ड) लोकल लेवल पर काम करते। मार्च 2025 में मोहाली एनकाउंटर में उसके एक ऑपरेटिव मलकीत उर्फ मैक्सी को पकड़ा गया।
गोल्डी बराउ़ कनाडा में छिपा है, लेकिन भारत की एजेंसियां एक्सट्राडिशन की कोशिश में। गोल्डी का नाम 50 से ज्यादा केसों में है, जिसमें हत्या, रंगदारी और ड्रग्स शामिल है।
गोल्डी का नाम इस्तेमाल कर धमकियां देना अब आम हो गया, जैसा कि अप्रैल 2025 में गुरुग्राम के एक बिजनेसमैन केस में देखा गया, जहां कॉलर ने खुद को गोल्डी का भाई बताया।











